How to Increase Focus and Concentratio In Hindi
तो दोस्त हममें से अधिकतर लोगों की तरह Joanna Jast जो कि एक मेडिकल स्टूडेंट थी, वह भी बिक फोकस और
कंसंट्रेशनकी प्रॉब्लम से बहुत परेशान थी।उन्हें भी अपनी स्टडीज में फोकस करने में बहुत मुश्किल होती थी, लेकिन
उन्होंने एक दिन डिसाइड किया। क्या बहुत हुआ मैं अपना फोकस और कंसंट्रेशन और सदा खराब नहीं होने दे
सकती। मैं इसे ठीक करके ही रहूंगी तो कुछ सालों की रिसर्च में जो आना कुछ ऐसी टेक्निक ढूंढ पाई जिनसे
उन्हें एवरेज स्टूडेंट से एक स्मार्ट और स्टूडेंट बननेमें मदद मिली, जिससे उन्होंने सिर्फ फोकस नहीं बल्कि लेसर410 डेवलप किया। अब क्योंकि आज का हममें से अधिकतर लोग भी फोकस और अभी कौन से स्टेशन की वजह
सेअपनी स्टडी जब हमें फोकस नहीं कर पाते और तो औरयौन पॉपुलर साइंस मैगजीन के अकॉर्डिंग आज के वक्त में
एडल्ट पर्सन सिर्फ 40% ही अपना दिमाग फोकस करने में इस्तेमाल कर पाता है जिसकी वजह है दूसरा एक्शन ब्लैक
सोशल मीडिया वन टीवीगेम इन गैजेट्स अच्छा तो इसी वजह से जो ना सोचा कि मैं अपनी तरह दुनिया भर के स्टूडेंट्स
और लोगों का फोकस एंड कंसंट्रेशन ब्लेजर बनाने में उनकी हेल्प करूंगी जिसके लिए जवानों ने बुक।टोकस लिखी जिसमें
उन्होंने वह प्रैक्टिकल टैक्टिक शेयर करी है जिनसे उन्होंने अपना फोकस लेजा साफ किया है और जिसे अब आप भी अपने
फोकस को लेकर जितना चार्ट बना सकते हो तो आइए जानते हैं। जवान है कि वो टेक्निक्स लेकिन उससेपहले हम आपको
एक तास देना चाहते हैं कि आप इस वीडियो को फुल फोकस के साथ एंड तक देखने की कोशिश करना और बिना
रिस्पेक्ट में। इट वर्क जोआना कहती है। हमें सबसे पहले यह समझना जरूरी हैकि एडजेक्टली फोकस होता क्या है
और यह कैसे काम करता है। आपने अटेंशन फोकस और कंसंट्रेशन जैसे व्हाट्सएप कॉमेडी सुने होंगे क्योंकि सभी व्हाट्स
एक दूसरे सेलिंक हमारे आस-पास हो रही हर एक्टिविटी की वजह सेहमारा अटेंशन हमेशा किसीइंसाइड आउटसाइड
स्ट्रीमलाई की तरफ रहता ही है। इसकी मिलाई मींस वह चीज जोहमारे अटेंशन को अपनी तरफ अट्रैक्ट करती है। तू फोकस
कामतलब हुआ स्टीमेला की तरफ अपना ध्यान रख पाना औरकौन सा स्टेशन का मतलब है। अपने फोकस को ज्यादा टाइम
के लिए किसी एक्सटी मिलाएं पर रख पाना वह कर एक प्रोसेस है जिसके बहुत सारे लेवल 100। जिससे हम लोन इंप्रूव
और अडॉप्ट करन सीखते हैं, लेकिन हर प्रश्न की वीकनेस डिफरेंट लेवल्स पर होती हैं। इसीलिए ऐसी कोई एक सिंगल
टैक्टिक नहीं है जो हरप्रॉब्लम को सॉल्वकर सके। इसीलिए अगर आप अपनी मीन वीकनेस को ढूंढ लेते हैं
जिससे आपको फूंका सबसे ज्यादा खराब होता है या वह चीज जो आप की सबसे बड़ी वीकनेस है तभी आप उसे ठीक नहीं कर
पाएंगे और तभी आप फोकस इंप्रूव कर सकते हैं और यही फिगर आउट करना। आप का सबसे पहला असाइनमेंट स्पेसिफिक
सिचुएशन एंड प्रॉब्लम्स इन योर सिस्टम फोकस खराब होने का रीजन होता है। हमारे ऑटोमेटिक है इंटरनेशनल अटेंशन
का डिस्टर्ब हो ना ऑटोमेटिक अटेंशन हमारे आस-पास हो रही किसी ऐसे एक्टिविटी से अपने आप डिस्टर्ब हो जाता है हमारेदिमाग को कोई खतरा पी लो पर इंटरनेशनल अटेंशन डिस्टर्ब होने कामतलब होता है। जब हम किसी रीजन से 10 मिनट से
ज्यादा किसी टॉक पर ध्यान ना दे पाए या हम बार-बार डिस्टर्ब हो रहे हैं। अपने आप ही इंटेंशनल अटेंशन डिस्टर्ब होता है।
हमारे एनवायरनमेंट तो हमारी बॉडी सौर और हमारे माइंड से उनके अफेक्ट होने से एंजॉयमेंट तो हमारे आस-पास हो रही हर
एक्टिविटी के साथ-साथ और बहुत सारे फैक्टर पे डिपेंड करता है। जैसे कि बाहर कावेदर टेंपरेचर। और
बॉडी तुम से सीधा मतलब है कि हमारी बॉडी किस स्टेट में है। बीमार होने से या अनकंफरटेबल पोजीशन में बैठना सब
कॉमनली बॉडीजोन की प्रॉब्लम से और हमारा माइंड डोंट स्ट्रेस एंजायटी ओर थिंग इन जैसे ट्रैक्टर से भी डिस्टर्ब होता है।
पुलिस करना जरूरी है कि आप इन तीनों में से किस दिन की वजह सेफोकस नहीं कर पाते हो। इस चीज को समझने के लिए
जो आना डिस्ट्रेक्शन लॉक को यूज करने का सजेशन देती हैं। डिस्ट्रक्शन लॉक का मतलब है कि आप कब कहा कि 30 टीमें
और किस जोन के डिस्टर्ब होने की वजह से अपना फोकस होते हो। आप इस चीज को एक रेगुलर चैट
पढ़ लिख ले। मोटिवेशन गेटिंग मोटिवेटेड इस ओवररेटेड यह तो आपने सुना हीहोगा कि हमें हमेशा मोटिवेट रहने के लिए
अच्छी किताबें पढ़नी चाहिए। मोटिवेशनल कोट्स पढ़ने चाहिए। एक्सरसाइज मेडिटेशन करनी चाहिए और इन सब चीजों से
हम सिर्फ कुछ टाइम केलिए ही मोटिवेट हो सकते हैं। वह भी प्रसन्न हर वक्त थोड़ा मोटिवेट नहीं रह सकता क्योंकि हमारे
इमोशंस हर वक्त बदलते रहते हैं। जैसे हम कभी चैट होते हैं, कभी इस ट्रस्ट और कभी हैप्पी लेकिन आप अगर सही तक
जानते हैं तो आपकी इमोशंस आपके फोकस को कभी डिस्टर्ब नहीं करेंगे अगर?
काम करना चाहते हैं तोयह माइंडसेट खुद में ही एक स्पेशल मोटिवेशन है तो हर जगह मोटिवेशन ढूंढने से बेहतर है। आपको
अपने गोष्ट और स्थान से ब्रिटिश की लिस्ट बनानी चाहिए। एग्जांपल अगर एक मंथ में एक बुकलेट करने का टारगेट सेट करो
कि 1 दिन में कितने बजे पढ़ोगे क्योंकि पूरी बुक रीड करने के कंपैरिजन में दिल्ली के कुछ मैसेज पढ़ना कम स्तर पर लगता
हैऔर जितना काम स्टार्ट होगा उतना ज्यादा फोकस बनेगा। हम इंट्रेंस एक औरत ट्रेन से कटा सही मोटिवेट होते हैं। मतलब
जो मोटिवेशन हमारे अंदर सेआती है जैसे कि विल पावर फैशन
डिजाइनर से फॉरेंसिक मतलब जब हमें किसी प्राइस रिमोट, एप्लीकेशन और पनिशमेंट की उम्मीद होती है। हमें इंटरनेट से
कनेक्शन से किया। दोनों को कंबाइंड करके खुद को मोटिवेट अपने से ज्यादा डिसिप्लिन रखना चाहिए जैसे कि अगर आप
किसी ट्रांसको करना चाहते हैं तोसाथ में खुद को पुष्ट करने के लिए एक रिकॉर्ड भी रखें। बिल्ड एंड फैसिलिटेट 4 फोकस
सराउंडिंग में कुछ भी होने से आपका मूड स्टेट ऑफ माइंड कम फटाफट होता ही होगा। हर एक्टिविटी के लिए अलग
कंडीशन चाहिए होती है। वैसे ही फोकस करने के लिए भी एक सूटेबल एनवायरनमेंट मिलना।
जरूरी है आप काम करते वक्तकोई भी ऐसे रूम मेंफोटो से कौन सा वेट नहीं कर पाएंगे, जहां अरगुमेंट लड़ाईया हल्ला हो रहा
हूं। फोकस करने के लिए स्पेस ऐसा होना चाहिए जहां कोई भी डिस्टर्ब इंस्पेक्टर ना हो और हमारा इमेज बॉडी और माइंड
अटैक ना हो। एक मिसकनसेप्शन है कि काम या स्टडी करने के लिए एक अलग रूम होना ही चाहिए। अगर आपके पास है
तो अच्छी बात है। लेकिन दिस इज द फैक्ट कुछ लोगों के पास अलग रूम होने के बावजूद भी वह फोकस नहीं कर पाते और
अधिकतर लोग एक एक्स्ट्रा रूम पर ही नहीं कर सकते तोक्या वह हार मान ले नहीं तो अगर आपके पास
एक्स्ट्रा स्पेस है तो उसे अपना फोकस जोन बनाओ और अगर नहीं है तो आप तब का समय चुन सकते हैं। जब आप के आस
पास लोग ना होसो रहे हो।क्या जब डिस्ट्रक्शन कम होता है जो आना सदस्य करती है कि आपने स्पेस को हमेशा इकोनामिक
बनाना चाहिए। इसका मतलब है कि वह एपिसोड और इफेक्टिव होना चाहिए। हमारे इंपॉर्टेंट चीज है। एक हाथ के डिस्टेंस पर
होनी चाहिए और चेयर टेबल बैंक सेक्टर 24 कंफर्टेबल पोजीशन में होने चाहिए, जिससे हमारी बॉडी पर कोई स्ट्रेस ना पड़े
और हम फोकस कर पाए। मैक्स रोटी और कॉग्निटिव पास हमें मोस्ट हो तो टाइम लगता है कि हम। मारी
ब्रेन की प्रॉब्लम की वजह से हम फोकस नहींकर पा रहे हैं लेकिन जो आना कहती है कि कई बार प्रॉब्लम हमारा माइंड नहीं
बल्कि हमारी बॉडी होती है। बॉडी का कंफर्टेबल हो ना और सही स्टेट में होना बहुत जरूरी है। कोई बॉडी पेन इंजरी ना होबे
क्या शोल्डर पेन होता टेबल कपड़े पहने हुएअच्छा अगर बॉडी में किसी भी टाइप का पेन या थकान हो। वह डायरेक्टली
इनडायरेक्टली दूसरे दोस्त को भी अफेक्ट करता है जिससे फोकस ना के बराबर हो जाता है।कुछ और साहस भी होते हैं जो
हमारी बॉडी को फिजिकली फिट करते हैंऔर एग्जांपल रूम में कम रेट होने से आपको पर स्टेटस पढ़ना, एक्सट्रीम
हॉट या कोल्ड रूम टेंपरेचर और अपनी बॉडी को stress-free रखने के लिए हमारा प्रॉपर स्लीप लेना, न्यूटेशन टाइम पर लेना
और एक्सरसाइज को सही तरीके से करना बहुत जरूरी है जिससे हमारी एनर्जी लो ना हो और हम फोकस कर सकें। इसलिए
म्यूटेशन और एक्सरसाइज का ध्यान रखने के लिए आपको बहुत सारे तरीके ऐप बहुत इजी ली मिल जाएंगे। आप शायद इन
चीजों को इग्नोर करते हो। जरा इन सभी चीजों को ठीककरने की कोशिश करना। आपका फोकस देखना कितना ज्यादा बोस्ट
होगा। मैंने जो मां इंफॉर्मेशन ऑफ वोकल बॉडी की तरह माइंड का ख्याल रखना भी बहुत जरूरी होता है। मैं
किसी भी तरह का स्ट्रेस फोकस को बहुत आसानी सेडिस्टर्ब कर सकता है। इस ट्रस्ट माइंड का सबसे बड़ा रीजन होता है।
हमारा इमोशनल स्टेट पूरे दिन हम कई डिफरेंट इमोशंस को फील करते हैं और उन्हीं पर डिपेंड करता हैकि हम अपने दास
पर कितना और कैसे फोकस कर पाएंगे। अपने माइंड को ठीक करने के लिए हम बहुत छोटे छोटे एक्टिविटीज कर सकते हैं।
ऐसे की एक्सरसाइज मेडिटेशन काम के टाइममें ब्रेकफास्ट करना और 1 दिन के लिए सिर्फ लिमिटेड गोल से रखना मानिए
1 महीने के घोल को हम अगर रोज के सब गोश्त में डिवाइड कर दें औरप्रोफेसर हर हफ्ते चेक करें। इससे हमारा माइंड स्पेस
भी रहेगा और हम
टेस्ट पर ज्यादा फोकस कर पाएंगे। हमारी बॉडी थक जाए तो हम रेस्ट कर सकते हैं। डांस के बीच ब्रेक लेना एक माइंड रेस्ट
ब्रेक में हमें लाइट एक्टिविटीज करनी चाहिए। जैसे रूम में5 मिनट वॉक करना, आईएस टचिंग कोई भीऐसी एक्टिविटी नहीं
करनी चाही तोस्ट्रांग इमोशन के साथ लेटे हो। एग्जांपल आगे मैं किसी परेशानी इंसान से बात करना चाचा, क्योंकि उससे हमारा
माइंड बेसट होगा। खुद को रिफ्रेश करने के लिए सुनएक्सटी कॉपी भी बना सकते हैं। द इंपॉर्टेंस ऑफ मैनेजिंग एनर्जी नो टाइम
हम लोग हमेशा सुनते हैंकि टाइम सबसे वॉल्यूम! इस
ओर से और एक बार टाइम निकल जाए तोवापस नहीं आता। अक्सर लोगों को टाइम मैनेज नहींकरना आता है पर उन्हें टाइ की वैल्यू जरुर होती है। कुछ गुड्स ट्रांस्पोर्ट हैं जो हमें टाइम से काम खत्म करने के लिए मोटिवेट करते हैं।लेकिन अगर यही
ड्रेस गुड से अगली में बदल जाए तो टास कंप्लीट करना मुश्किल हो जाता है।पूरे दिन हमारे एनर्जी लेवल्स एक जैसे नहीं होते तो
यह तो नियर टू इंपॉसिबल है कि हम दिन का एक ही तो 90% टाइम पास करने में हीस्पेंड कर सके तो आप अपना टाइम
मैनेज करने से ज्यादा अपने एनर्जी मैनेज करने में फोकस करना चाहिए। पूरे दिन टाइम एग्जैक्ट वैसा ही
चलता है।जैसे चलता है, लेकिन आपके एनर्जी लेवल अप एंड डाउन होते रहते हैं तो आपको यह देखना है कि आपके एनर्जी
सबसे ज्यादा हाइक कब रहते हैं और उस वक्त आपको वो टाइप करना है जो आपसे आपकी सबसे ज्यादा एनर्जी मांगते हैं
और जब एनर्जी डाउन होती है तो उस वक्त सबसे कम एनर्जी वाले टेस्ट को करना चाहिए। क्रिएट ए सिस्टम ठाट वर्क्स
एवरीटाइम दोस्त आपने देखा होगा कि जो आना सिर्फ ऊपरी ऊपरी बातें नहीं करती बल्कि वह प्रैक्टिकल और डीप नॉलेज
देती हैं क्योंकि आज के पास फॉरवर्ड लाइफ में आपको शार्ट ट्रिक्स हर जगह बहुत ही आसानी से मिल जाएंगे। जो
आपको कुछ टाइम केलिए तो बहुत ही अफेक्टिव लगेंगे। बट ऐसा होता नहीं है क्योंकि गोचर डांस कभी भी टाइम पर ही नहीं होते। हमारी पूरी लाइफ स्पैन ऑफ गो से बंधी हुई है। इसीलिए सभी को फोकस करने की लॉन्ग टर्म है। वेट डालनी थी
और एक सिस्टम विल करना चाहिए क्योंकि जेम्स क्लियर भी अपनी बुक एटॉमिक हैबिट्समें कहते हैंकि हमें हैबिट चगोल से
ज्यादा एक ऐसा सिस्टम बिल्ड करने में फोकस करना चाहिए जो हमारी है बेड और गोश्त को सपोर्ट करें। बाकी सब कुछ अपने
आप ही होजाएगा और दोस्तों के एक्सपर्ट्स कहते हैं कि एटॉमिक हैबिट्स अब तक कीवर्ल्ड की सबसे बेस्ट बुक एहैबिट बैडऔर ब्रेक करने के लिए तो अगर आप भी चाहते हैं कि आप भी एक सिस्टम विल कर पाऊं तो आपकी है बैट औरबॉल स्कोर
लाइव लोग फॉलो करने में आपकी मदद करें|
0 Comments